पीरियड्स लेट होने के कारण सिर्फ प्रेग्नेंसी नहीं, ये 5 वजहें भी हो सकती हैं जिम्मेदार
- ANH News
- 30 जन॰
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मासिक धर्म (पीरियड्स) का समय पर आना महिलाओं के स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण संकेत माना जाता है। अक्सर जब पीरियड्स देर से आते हैं, तो पहला विचार प्रेग्नेंसी का आता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे और भी कई कारण हो सकते हैं? विशेषज्ञों के अनुसार, हार्मोनल बदलाव से लेकर तनाव, वजन में उतार-चढ़ाव और पीसीओएस जैसी समस्याएं भी मासिक धर्म को प्रभावित कर सकती हैं। आइए जानते हैं, पीरियड्स लेट होने की 5 प्रमुख वजहें।
1. तनाव (Stress)
अत्यधिक मानसिक तनाव लेने से शरीर में कॉर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जो सीधे तौर पर मासिक धर्म चक्र को प्रभावित कर सकता है। लंबे समय तक तनाव में रहने से ओव्यूलेशन प्रभावित होता है, जिससे पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं।
2. वजन में बदलाव (Weight Fluctuation)
अचानक वजन बढ़ने या घटने से शरीर में हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जिससे मासिक धर्म चक्र गड़बड़ा सकता है। अत्यधिक वजन कम करने पर शरीर आवश्यक पोषक तत्वों की कमी महसूस करता है, जिससे पीरियड्स देरी से आ सकते हैं या रुक भी सकते हैं।
3. मोटापा (Obesity)
अधिक वजन होने से शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं। मोटापा ओव्यूलेशन प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है, जिससे मासिक धर्म चक्र लंबा हो जाता है।
4. पीसीओएस (PCOS - Polycystic Ovary Syndrome)
पीसीओएस महिलाओं में एक सामान्य हार्मोनल समस्या है, जिसमें अंडाशय में सिस्ट बनने लगते हैं। यह स्थिति हार्मोनल असंतुलन पैदा करती है, जिससे पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं और कभी-कभी महीनों तक नहीं आते।
5. जीवनशैली और खान-पान (Lifestyle & Diet)
अस्वस्थ जीवनशैली, अनियमित खान-पान, अधिक कैफीन या जंक फूड का सेवन और अत्यधिक व्यायाम भी मासिक धर्म में देरी का कारण बन सकते हैं। शरीर को सही पोषण न मिलने पर हार्मोनल असंतुलन होता है, जिससे पीरियड्स प्रभावित होते हैं।
क्या करें?
संतुलित आहार लें और शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करें।
तनाव कम करने के लिए योग और मेडिटेशन को दिनचर्या में शामिल करें।
नियमित व्यायाम करें लेकिन अत्यधिक कसरत से बचें।
यदि पीरियड्स बार-बार अनियमित हो रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें।
अगर आपके पीरियड्स लेट हो रहे हैं, तो केवल प्रेग्नेंसी को ही कारण मानकर न चलें। तनाव, वजन में बदलाव, मोटापा, पीसीओएस और अस्वस्थ जीवनशैली भी इसके पीछे की वजहें हो सकती हैं। सही समय पर डॉक्टर से परामर्श लेना और स्वस्थ आदतें अपनाना आपके मासिक धर्म चक्र को नियमित बनाए रखने में मदद कर सकता है।