
ऋषिकेश: राजकीय उपजिला चिकित्सालय की सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा है। हाल ही में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. मनोज कुमार शर्मा के औचक निरीक्षण के दौरान यह स्थिति स्पष्ट हुई। निरीक्षण के दौरान अस्पताल की सफाई व्यवस्था बदहाल पाई गई, जिस पर सीएमओ ने कड़ी नाराजगी जताई और संबंधित एजेंसी को चेतावनी दी कि यदि सफाई में सुधार नहीं हुआ, तो ठेका निरस्त कर दिया जाएगा।
बृहस्पतिवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे सीएमओ डॉ. मनोज कुमार शर्मा और एसीएमओ डॉ. दिनेश चौहान ने राजकीय उपजिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने ओपीडी, पंजीकरण काउंटर और विभिन्न वार्डों का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान अस्पताल में सफाई की स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए सीएमओ ने आपातकालीन विभाग और अन्य वार्डों में कूड़ेदान की अव्यवस्था को लेकर संबंधित कर्मचारियों को सख्त चेतावनी दी। इसके अलावा, उन्होंने जैविक चिकित्सीय अपशिष्ट (बायोमेडिकल वेस्ट) और अन्य सफाई व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए कठोर निर्देश दिए।
निरीक्षण के बाद सीएमओ डॉ. शर्मा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अस्पताल में चिकित्सकों की कमी को लेकर शासन स्तर पर बातचीत की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि अगले एक महीने में अस्पताल में नौ वार्ड बॉय की तैनाती की जाएगी, जिनमें से एक ने जॉइन भी कर लिया है। इसके साथ ही, अस्पताल में डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए भी शीघ्र कदम उठाए जाएंगे।
एसीएमओ डॉ. चौहान ने निरीक्षण के दौरान नर्सों से भी फीडबैक लिया और उन्हें रोटेशन के आधार पर ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए। कई नर्सों ने सफाई व्यवस्था में समस्याओं का जिक्र किया, खासकर वार्ड बॉय की कमी के कारण उन्हें सफाईकर्मी के साथ मिलकर काम करना पड़ता है। इस पर डॉ. चौहान ने सफाई सुपरवाइजर को कड़ी चेतावनी दी कि अगर सफाई से संबंधित और शिकायतें मिलीं तो संबंधित ठेकेदार का ठेका तुरंत निरस्त कर दिया जाएगा।
इसी दौरान, सीएमएस डॉ. पीके चंदोला भी निरीक्षण में मौजूद रहे, जिन्होंने कर्मचारियों की कमी और सफाई से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा की।
इस निरीक्षण से यह साफ हो गया है कि अस्पताल की सफाई व्यवस्था में सुधार की सख्त आवश्यकता है, और प्रशासन इस दिशा में जल्द से जल्द कदम उठाने का वादा कर रहा है।