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उत्तरकाशी: सावणी में आग की भयंकर लपटों ने 9 घरों को किया खाक, 1 महिला की मौत

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 29 जन॰
  • 2 मिनट पठन



उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लॉक स्थित सावणी गांव में रविवार रात एक भीषण अग्निकांड हुआ, जिसमें 9 घर जलकर राख हो गए और 25 से ज्यादा परिवार प्रभावित हुए। इस हादसे में 76 वर्षीय महिला, भामा देवी, की आग में झुलसकर मौत हो गई। आग इतनी भयंकर थी कि देखते ही देखते देवदार और कैल की लकड़ी से बने मकानों में फैल गई, जिससे आसपास का सारा सामान भी राख हो गया।


जानकारी के अनुसार, आग की शुरुआत किताब सिंह के मकान में पूजा के दिए से हुई थी। आग ने कुछ ही मिनटों में विकराल रूप ले लिया और पास के मकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि ग्रामीणों के प्रयासों के बावजूद उन्हें काबू पाना मुश्किल हो गया। अंधेरे और कठिन सड़क के कारण राहत और बचाव दल को गांव तक पहुंचने में तीन घंटे से अधिक समय लगा। देर रात करीब तीन बजे बचाव दल के पहुंचने के बाद आग पर पूरी तरह से काबू पाया जा सका।


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि पीड़ितों को त्वरित राहत सामग्री, भोजन, कपड़े और अस्थायी आवास प्रदान किया जाए। जिलाधिकारी डॉ. मेहराबन सिंह बिष्ट ने बताया कि राहत और बचाव कार्य के लिए पुलिस, एसडीआरएफ, फायर सर्विस, वन विभाग और चिकित्सा दल मौके पर तैनात हैं और प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री और अस्थायी आश्रय प्रदान किया जा रहा है।


यह अग्निकांड सावणी गांव में हुई इस तरह की घटना का नया अध्याय नहीं है। इससे पहले, 2018 में भी इस गांव में एक भीषण अग्निकांड हुआ था, जिसमें 39 मकान और 100 मवेशी जल गए थे। इस बार भी 9 मकान पूरी तरह से जल चुके हैं, जबकि 2 मकानों को आग से बचाने के लिए गिरा दिया गया है।


सावणी गांव में आग के तेजी से फैलने का प्रमुख कारण इन मकानों का लकड़ी से बना होना बताया जा रहा है, जो आग को और भी भड़काता है। इस हादसे ने गांववासियों के लिए एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है, लेकिन प्रशासन ने राहत कार्यों में तेजी दिखाई है।

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