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उत्तराखंड के आठ शहरों में 23 खेल अकादमी खोली जाएंगी, बहुत जल्द लागू होगी पॉलिसी

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 2 अप्रैल
  • 3 मिनट पठन

उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश के आठ शहरों में 23 नई खेल अकादमियों के उद्घाटन का निर्णय लिया है, जिससे राज्य में खेलों के स्तर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का उद्देश्य है। इस योजना के तहत 38वें राष्ट्रीय खेलों के लिए देश-विदेश से मंगाए गए लगभग 100 करोड़ रुपये के खेल उपकरणों की देखरेख सुनिश्चित की जाएगी, ताकि इनका सही उपयोग सुनिश्चित हो सके। इन अकादमियों के माध्यम से राज्य में श्रेष्ठ और सशक्त खिलाड़ियों की नई पीढ़ी तैयार की जाएगी। इस प्रोजेक्ट पर कुल 33 करोड़ रुपये खर्च किए जाने का अनुमान है।


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में आज बुधवार को आयोजित होने वाली बैठक में इस "लेगेसी प्लान" के ड्राफ्ट पर मुहर लग सकती है। इस ड्राफ्ट की पहले ही खेल मंत्री रेखा आर्या द्वारा समीक्षा की जा चुकी है। इन अकादमियों का निर्माण प्रदेश के आठ प्रमुख शहरों में किया जाएगा, जिनमें देहरादून (महाराणा प्रताप स्टेडियम और परेड ग्राउंड), हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, रुद्रपुर, पिथौरागढ़, हल्द्वानी गोलापार स्टेडियम शामिल हैं। ये वही स्थान हैं, जहां हाल ही में राष्ट्रीय खेलों की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थीं। इन अकादमियों का उद्देश्य इन खेल सुविधाओं का लंबी अवधि तक उपयोग सुनिश्चित करना है।


राज्य सरकार द्वारा संचालित अकादमियां:

सभी अकादमियां राज्य सरकार द्वारा संचालित की जाएंगी, और इन्हें संबंधित खेल की एसोसिएशन और फेडरेशन के सहयोग से चलाया जाएगा। प्रस्तावित खेल अकादमियों में कुल 23 खेलों को शामिल किया गया है, जिनमें शूटिंग, स्वीमिंग, एथलेटिक्स, जिमनास्टिक, तीरंदाजी, मॉडर्न पैंथलॉन, कुश्ती, बॉक्सिंग, बैडमिंटन, फुटबॉल, और हैंडबॉल जैसे प्रमुख खेल शामिल हैं।


यह पहल न केवल उत्तराखंड के खेल क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी, बल्कि प्रदेश के युवा खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने का अवसर भी प्रदान करेगी। इन अकादमियों के माध्यम से खिलाड़ियों को अत्याधुनिक प्रशिक्षण और सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जिससे वे अपनी क्षमता को पूरी तरह से विकसित कर सकेंगे।8 शहरों में खुलेंगी 23 नई खेल अकादमियां, 100 करोड़ के उपकरणों की देखरेख होगी सुनिश्चित


उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश के आठ शहरों में 23 नई खेल अकादमियों के उद्घाटन का निर्णय लिया है, जिससे राज्य में खेलों के स्तर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का उद्देश्य है। इस योजना के तहत 38वें राष्ट्रीय खेलों के लिए देश-विदेश से मंगाए गए लगभग 100 करोड़ रुपये के खेल उपकरणों की देखरेख सुनिश्चित की जाएगी, ताकि इनका सही उपयोग सुनिश्चित हो सके। इन अकादमियों के माध्यम से राज्य में श्रेष्ठ और सशक्त खिलाड़ियों की नई पीढ़ी तैयार की जाएगी। इस प्रोजेक्ट पर कुल 33 करोड़ रुपये खर्च किए जाने का अनुमान है।


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में आज बुधवार को आयोजित होने वाली बैठक में इस "लेगेसी प्लान" के ड्राफ्ट पर मुहर लग सकती है। इस ड्राफ्ट की पहले ही खेल मंत्री रेखा आर्या द्वारा समीक्षा की जा चुकी है। इन अकादमियों का निर्माण प्रदेश के आठ प्रमुख शहरों में किया जाएगा, जिनमें देहरादून (महाराणा प्रताप स्टेडियम और परेड ग्राउंड), हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, रुद्रपुर, पिथौरागढ़, हल्द्वानी गोलापार स्टेडियम शामिल हैं। ये वही स्थान हैं, जहां हाल ही में राष्ट्रीय खेलों की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थीं। इन अकादमियों का उद्देश्य इन खेल सुविधाओं का लंबी अवधि तक उपयोग सुनिश्चित करना है।


राज्य सरकार द्वारा संचालित अकादमियां:

सभी अकादमियां राज्य सरकार द्वारा संचालित की जाएंगी, और इन्हें संबंधित खेल की एसोसिएशन और फेडरेशन के सहयोग से चलाया जाएगा। प्रस्तावित खेल अकादमियों में कुल 23 खेलों को शामिल किया गया है, जिनमें शूटिंग, स्वीमिंग, एथलेटिक्स, जिमनास्टिक, तीरंदाजी, मॉडर्न पैंथलॉन, कुश्ती, बॉक्सिंग, बैडमिंटन, फुटबॉल, और हैंडबॉल जैसे प्रमुख खेल शामिल हैं।


यह पहल न केवल उत्तराखंड के खेल क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी, बल्कि प्रदेश के युवा खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने का अवसर भी प्रदान करेगी। इन अकादमियों के माध्यम से खिलाड़ियों को अत्याधुनिक प्रशिक्षण और सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जिससे वे अपनी क्षमता को पूरी तरह से विकसित कर सकेंगे।

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