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FDA की सख्त कार्रवाई, कुट्टू आटे से बीमार 325 लोग, 1500 से अधिक दुकानों पर छापा

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 2 अप्रैल
  • 2 मिनट पठन

उत्तराखंड में कुट्टू के आटे से 325 लोगों के बीमार होने की घटना के बाद सरकार ने गंभीर कदम उठाते हुए एक जांच समिति गठित कर दी है। यह समिति तीन दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मामले को लेकर सख्त निर्देश दिए हैं कि मिलावटखोरों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। इस बीच, खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने प्रदेशभर में मिलावटखोरों के खिलाफ व्यापक अभियान छेड़ते हुए अब तक 1500 से अधिक दुकानों पर छापेमारी की है, और 100 किलो मिलावटी कुट्टू आटे को नष्ट किया है।


जांच समिति का गठन और सख्त निर्देश

एफडीए और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने मिलावटखोरी के इस गंभीर मामले की जांच के लिए एक विशेष समिति का गठन किया है। इस समिति की अध्यक्षता एफडीए के अपर आयुक्त ताजबर सिंह करेंगे, और इसमें राजेंद्र सिंह रावत, सतर्कता और अभिसूचना शाखा के अधिकारी तथा स्वास्थ्य महानिदेशक के द्वारा नामित दो वरिष्ठ अधिकारी भी सदस्य होंगे। समिति को तीन दिन के भीतर मिलावट के कारणों की गहन जांच करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस सुझाव देने का निर्देश दिया गया है।


प्रदेश भर में 1500 दुकानों पर छापेमारी

एफडीए की टीम ने प्रदेश के सभी 13 जिलों में मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई की। अब तक 1500 से अधिक दुकानों और खाद्य गोदामों में छापे मारे गए हैं, जहां से 100 से अधिक सैंपल एकत्र किए गए हैं। एफडीए के अपर आयुक्त ताजबर सिंह ने कहा कि कुट्टू आटे में मिलावट के खिलाफ कार्रवाई जारी है और यह अभियान निरंतर विस्तारित किया जाएगा।


देहरादून में 100 किलो मिलावटी कुट्टू आटा नष्ट

देहरादून जिले में एफडीए की टीम ने रेस्कोर्स, आराघर, धर्मपुर, नेहरू कॉलोनी, आढ़त बाजार और हनुमान चैक समेत विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया। इस दौरान, 21 दुकानों से कुट्टू आटा विक्रय के लिए अनुपलब्ध पाया गया, जबकि गोयल आटा चक्की में पैक्ड कुट्टू आटा बिक्री के लिए उपलब्ध पाया गया। इसके सैंपल जांच के लिए भेजे गए, और लगभग 100 किलो मिलावटी कुट्टू आटे को कारगी ट्रचिंग ग्राउंड में नष्ट कर दिया गया।


आयुक्त की समीक्षा बैठक

एफडीए आयुक्त डॉ. आर राजेश कुमार ने छापेमारी अभियान की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह अभियान युद्धस्तर पर जारी रहना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इस अभियान को और अधिक व्यापक बनाया जाए, खासकर उन जनपदों और यात्रा मार्गों पर ध्यान केंद्रित किया जाए जहां चारधाम यात्रा के चलते भीड़ बढ़ने की संभावना है। आयुक्त ने चेतावनी दी कि यदि इस अभियान में कोई लापरवाही बरती गई तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


यह अभियान मिलावटखोरी के खिलाफ सरकार की सख्त नीति को स्पष्ट रूप से दर्शाता है, और सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि उत्तराखंड के नागरिकों को सुरक्षित और शुद्ध खाद्य सामग्री मिले।

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