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Uttarakhand Budget: आर्थिक दिशा-नीतियों का प्रमाण है ये बजट, मकसद आत्मनिर्भर उत्तराखंड बनाना - वित्तमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 21 फ़र॰
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उत्तराखंड विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट पेश किया। वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने 1,01,175.33 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तुत किया। सरकार ने इसे प्रदेश की आर्थिक दिशा और नीतियों का प्रमाण बताया और आत्मनिर्भर उत्तराखंड के निर्माण की प्रतिबद्धता जताई।


बजट में राजस्व घाटा नहीं, पूंजीगत व्यय पर जोर


इस बार के बजट में किसी भी प्रकार का राजस्व घाटा अनुमानित नहीं है। बजट में कुल 59,954.65 करोड़ रुपये राजस्व व्यय के रूप में रखे गए हैं, जबकि 41,220.68 करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय के लिए आवंटित किए गए हैं। सरकार ने 12,60,449.2 करोड़ रुपये के राजकोषीय घाटे का अनुमान लगाया है, जो राज्य की जीडीपी का 2.94% है। यह आंकड़ा एफआरबीएम (FRBM) एक्ट की निर्धारित सीमा के भीतर है।


बजट के सात प्रमुख फोकस क्षेत्र


सरकार ने बजट में सात प्रमुख क्षेत्रों को प्राथमिकता दी है, जिनमें शामिल हैं:


कृषि


उद्योग


ऊर्जा


अवसंरचना


संयोजकता (Connectivity)


पर्यटन


आयुष



बजट की थीम - 'ज्ञान' और 'NAMO'


वित्त मंत्री ने बजट को 'ज्ञान' (GYAN) पर आधारित बताया, जिसका मतलब है:


गरीब (Gareeb)


युवा (Yuva)


अन्नदाता (Annadata)


नारी (Naari)



इसके अलावा, उन्होंने बजट को "NAMO" से भी जोड़ा, जो इन चार मूल्यों को दर्शाता है:


नवाचार (Navachar)


आत्मनिर्भरता (Atmanirbhar)


महान विरासत (Mahan Virasat)


ओजस्वी उत्तराखंड (Ojasvi Uttarakhand)

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