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राष्ट्रीय खेलों के लिए उत्तराखंड पुलिस की अभूतपूर्व तैयारी, 10,000 जवान सुरक्षा में तैनात

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 19 जन॰
  • 2 मिनट पठन



आगामी 28 जनवरी से शुरू होने वाले राष्ट्रीय खेलों को लेकर उत्तराखंड में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। नौ जिलों के 19 आयोजन स्थलों पर होने वाली इन प्रतियोगिताओं में 10,000 पुलिसकर्मी सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे। पुलिस का दावा है कि खिलाड़ियों की सुरक्षा में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी और हर गतिविधि सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में होगी।


डीजीपी ने की उच्चस्तरीय बैठक

सुरक्षा तैयारियों का जायजा लेने के लिए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दीपम सेठ ने अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में फोर्स की तैनाती, यातायात प्रबंधन, पार्किंग व्यवस्था और सुरक्षा उपायों पर चर्चा की गई। डीजीपी ने अधिकारियों को समय पर सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए।


डीजीपी दीपम सेठ ने कहा, "सभी अधिकारी सजग और सतर्क रहते हुए अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे। यह आयोजन उत्तराखंड की क्षमताओं और सौंदर्य को देश और दुनिया के सामने लाने का एक बड़ा अवसर है। इसे ऐतिहासिक बनाने के लिए पुलिस त्रुटिरहित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करेगी।"


खिलाड़ियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता

प्रतियोगिताओं में 44 खेल इवेंट्स में 10,000 खिलाड़ी भाग लेंगे। खिलाड़ियों के प्रवास स्थलों से आयोजन स्थलों तक हर जगह उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। महिला खिलाड़ियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए पुलिस ने इवेंट मैनेजमेंट एजेंसियों जैसे दीपाली डिज़ाइन, ग्रांट थॉर्टन और थॉमस कुक के साथ समन्वय स्थापित किया है।


सुरक्षा के विशेष प्रबंध


सभी प्रवास स्थलों पर सीसीटीवी से लैस कंट्रोल रूम बनाए गए हैं।


खिलाड़ियों की आवाजाही के लिए विशेष यातायात और पार्किंग प्लान तैयार किया गया है।


आयोजन स्थलों पर अग्निशमन यंत्र और फायर सेफ्टी उपकरण तैनात किए गए हैं।


एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।


विभिन्न इंटेलिजेंस टीमों का गठन किया गया है, जो 24 घंटे सुरक्षा का आकलन करेंगी।


बम निरोधक दस्तों द्वारा नियमित चेकिंग की जाएगी।



सभी एजेंसियों के बीच समन्वय

पुलिस ने आयोजन को सफल बनाने के लिए विद्युत विभाग, पेयजल, एसडीआरएफ और अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित किया है। इसके अलावा खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रवास स्थलों पर कार्यरत कर्मियों का सत्यापन भी किया जा रहा है।


उत्तराखंड की पहचान बनाने का अवसर

डीजीपी सेठ ने कहा कि यह आयोजन न केवल उत्तराखंड की सुरक्षा व्यवस्था को उजागर करेगा बल्कि राज्य के प्राकृतिक सौंदर्य और व्यवस्थागत क्षमताओं को भी देश-विदेश में प्रदर्शित करेगा। पुलिस इस आयोजन को सुरक्षित और सफल बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है।

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