Rishikesh चंद्रभागा नदी में शव: सीमा विवाद फोरेंसिक इन्तजार, 4 घंटे बाद कार्रवाई शुरू
- ANH News
- 17 अप्रैल
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ऋषिकेश: चंद्रभागा नदी में एक 51 वर्ष के शख्स का संदिग्ध हालात में शव बरामद किया गया है। मृतक के सिर को बुरी तरह से पत्थर से कुचला गया है। इस मामले के बाबत पहले कोतवाली ऋषिकेश और थाना मुनी की रेती में विवाद बना रहा। मुनि की रेती पुलिस ने चंद्रभागा नदी देहरादून जनपद के अंतर्गत आने की बात कहकर मामले को कोतवाली ऋषिकेश पुलिस को कार्रवाई का अधिकार बताया जिसके बाद काफी देर तक शव नदी में ही पड़ा रहा। थाना मुनि की रेती ने कुछ भी न करते हुए ऋषिकेश कोतवाली पुलिस के इंतजार में कई वक्त बीता दिया।
बाद में मौके पर पहुंची कोतवाली ऋषिकेश और मुनि की रेती ने आपसी सामंजस्य से अपना-अपना दायरा देखते हुए मामले में कार्रवाई के लिए राजी हो गए। ऋषिकेश पुलिस ने मामले को अपने अंतर्गत लेते हुए आगे की कार्रवाई शुरू की। ये सब देख जनआक्रोश बढ़ गया और लोगों ने ढालवाला पुल पर जाम लगाकर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया।
बता दे कि सूखी पड़ी चंद्रभागा नदी में 51 वर्षीय कमलेश्वर प्रसाद निवासी ढालवाला का शव बरामद किया गया था। मृतक कमलेश्वर प्रसाद नरेंद्र नगर तहसील में अमीन के पद पर कार्यरत था। नदी में शव को देखकर स्थानीय लोगों ने मुनि की रेती पुलिस को जानकारी दी जिसके बाद सुबह 9 बजे पुलिस घटनास्थल पर पहुंची।
मिली जानकारी के मुताबिक कमलेश्वर भट्ट एक दिन पहले ही घनसाली से किसी शादी समारोह का हिस्सा बनकर वापस लौटे थे। मंगलवार की शाम तक़रीबन 6:30 बजे कमलेश्वर भट्ट भर्मण पर निकले और जिसके बाद से कोई जानकारी नहीं थी।
फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। और पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए आगे की पड़ताल भी शुरू कर दी है.