
बसंत पंचमी का पर्व विद्या, ज्ञान और कला की देवी मां सरस्वती को समर्पित होता है। इस दिन विशेष रूप से मां सरस्वती की पूजा की जाती है, और इसे विद्या आरंभ का शुभ अवसर माना जाता है। बसंत पंचमी 2025 में कब मनाई जाएगी और इस दिन चंद्रमा व शनि का राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा, आइए जानते हैं।
कब है बसंत पंचमी 2025?
पंचांग के अनुसार, बसंत पंचमी 2025 का पर्व 2 फरवरी, रविवार को मनाया जाएगा। इस दिन विशेष रूप से पीले वस्त्र पहनने, मां सरस्वती की पूजा करने और शिक्षा एवं संगीत से जुड़े कार्यों की शुरुआत करने का महत्व बताया गया है।
राशियों पर बसंत पंचमी का प्रभाव
इस बार बसंत पंचमी पर चंद्रमा और शनि की विशेष स्थिति बनी रहेगी, जिसका प्रभाव 12 राशियों पर पड़ेगा।
मेष (Aries) – नए अवसर मिल सकते हैं, करियर में सफलता मिलेगी।
वृषभ (Taurus) – धन लाभ की संभावना है, लेकिन खर्चों पर नियंत्रण रखें।
मिथुन (Gemini) – शिक्षा और रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी।
कर्क (Cancer) – पारिवारिक जीवन में सुख-शांति रहेगी, कोई शुभ समाचार मिल सकता है।
सिंह (Leo) – करियर में तरक्की होगी, लेकिन अहंकार से बचें।
कन्या (Virgo) – स्वास्थ्य का ध्यान रखें, निवेश से पहले सोच-समझकर फैसला लें।
तुला (Libra) – प्रेम जीवन में सुधार होगा, आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
वृश्चिक (Scorpio) – सावधानी से निर्णय लें, यात्रा के योग बन सकते हैं।
धनु (Sagittarius) – व्यापार और नौकरी में सफलता मिलेगी, नई योजनाएं बन सकती हैं।
मकर (Capricorn) – आत्मविश्वास बढ़ेगा, मेहनत का फल मिलेगा।
कुंभ (Aquarius) – भाग्य का साथ मिलेगा, पुराने विवाद सुलझ सकते हैं।
मीन (Pisces) – परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा, आध्यात्मिक रुचि बढ़ेगी।
बसंत पंचमी का महत्व और पूजन विधि
इस दिन मां सरस्वती की पूजा के दौरान पीले फूल, पीला वस्त्र और हल्दी मिलाकर जल चढ़ाने का विशेष महत्व है। विद्यार्थी और कला से जुड़े लोग इस दिन मां सरस्वती का आशीर्वाद लेकर अपने कार्यों की शुरुआत कर सकते हैं।
बसंत पंचमी न केवल ज्ञान और संगीत का पर्व है, बल्कि यह शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए भी आदर्श दिन माना जाता है। इस दिन सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और ग्रहों की स्थिति कई राशियों के लिए लाभदायक साबित हो सकती है।