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PM मोदी ने पहाड़ों में शीतल हवाओं के बीच, पर्यटन के नए सपने बुने, दौरा बेहद खास रहा

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 7 मार्च
  • 2 मिनट पठन



देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के सीमांत जिले उत्तरकाशी का एक दिवसीय दौरा किया, जहां उन्होंने गंगोत्री धाम के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा और हर्षिल का दौरा किया। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देना और उत्तराखंड को देशभर में एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करना था।


प्रधानमंत्री ने सबसे पहले मुखबा स्थित गंगा मंदिर में पूजा अर्चना की। यह पहला मौका था जब कोई प्रधानमंत्री मां गंगा के शीतकालीन पूजा स्थल पहुंचे। उन्होंने 20 मिनट तक विशेष पूजा अर्चना की और मां गंगा का आशीर्वाद लिया। इसके बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने हर्षिल की खूबसूरत वादियों का दीदार किया और वहां ट्रैकिंग और बाइक रैली को फ्लैग ऑफ किया। हर्षिल, जो हिमालय की गोद में स्थित एक शांतिपूर्ण पर्यटन स्थल है, पीएम मोदी के लिए एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला अनुभव साबित हुआ।


प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में उत्तराखंड के पर्यटन के नए विजन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह दशक उत्तराखंड का है और राज्य की प्रगति के लिए नए रास्ते खुले हैं। पीएम मोदी ने खासकर शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने की बात की और इसे उत्तराखंड के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने 'घाम तापो' पर्यटन के विचार को प्रस्तुत किया, जिससे उत्तराखंड में सालभर रोजगार के अवसर मिलेंगे।


प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि माणा, जादूंग और टिम्मरसैंण जैसे क्षेत्र तेजी से पर्यटन के प्रमुख केंद्र बन रहे हैं, और जल्द ही उत्तराखंड हर सीजन में 'ऑन सीजन' रहेगा। उन्होंने उत्तराखंड को डेस्टिनेशन वेडिंग और फिल्म शूटिंग के लिए आदर्श स्थल के रूप में पेश किया, साथ ही 50 नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन विकसित करने की योजना का भी ऐलान किया।


पीएम मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान पहाड़ी व्यंजनों का स्वाद भी लिया। उन्होंने मुखबा में स्थानीय महिलाओं द्वारा तैयार किए गए पारंपरिक भोजन—चीणा का भात, फाफरे के पोले और राजमा के साथ बद्री गाय की दही मठ्ठा का स्वाद लिया। यह भोजन स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी लाभकारी माना जाता है।


प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे ने उत्तराखंड में शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने और राज्य के पर्यटन उद्योग को एक नई दिशा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

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