केदारनाथ धाम में बर्फ से ढका पूरा मंदिर परिसर, यात्रा की तैयारियों में रुकावट, कैंपों को भी भारी नुकसान
- ANH News
- 24 मार्च
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केदारनाथ में बर्फबारी ने बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है, और कई कैंपों को गंभीर क्षति हुई है। धाम में फिलहाल तीन फीट से ज्यादा बर्फ जमा है, और पूरा मंदिर परिसर बर्फ से ढका हुआ है। इस समय, मौसम खराब होने और लगातार बादल छाए रहने के कारण बर्फ का पिघलना मुश्किल हो रहा है, जिससे आगामी यात्रा की तैयारियों पर संदेह उत्पन्न हो गया है।
मार्च के पहले और दूसरे सप्ताह में यहां भारी बर्फबारी हुई थी, और इसके बाद हर दूसरे-तीसरे दिन बर्फबारी जारी रही, जिससे केदारनाथ क्षेत्र पूरी तरह से बर्फ से ढक गया है। मंदिर मार्ग, मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में बर्फ की मोटी परत जम गई है, और भवनों की छतों पर भी बर्फ की कई इंच मोटी परत जमा है।
इस कठिन स्थिति के कारण आगामी 2 मई से शुरू होने वाली यात्रा की तैयारियां करना एक बड़ी चुनौती बन गई है। यात्रा की शुरुआत में अब केवल 39 दिन रह गए हैं, लेकिन बर्फबारी के कारण तैयारियों में देरी हो रही है।
इसके साथ ही, बर्फबारी से केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों के लिए जिम्मेदार कार्यदायी संस्थाओं के कैंप भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। हाल ही में, लोनिवि के कर्मचारी पैदल मार्ग से केदारनाथ पहुंचे, तो उन्हें एमआई-26 हेलिपैड के ऊपरी हिस्से में स्थित कार्यदायी संस्थाओं के कैंपों में व्यापक क्षति मिली।
बताया जा रहा है कि कई कैंपों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। कार्यदायी संस्थाओं के कैंपों के कार्यालय और आवास भवनों की छतें बर्फ से टूटकर गिर गई हैं। लोनिवि के अधिशासी अभियंता विनय झिक्वांण ने बताया कि बर्फबारी के कारण इन कैंपों को भारी क्षति पहुंची है, और अब पुनर्निर्माण कार्यों में भी बाधाएं आ रही हैं।
इन हालातों में, यात्रा के लिए आवश्यक तैयारियों को पूरा करना बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया है, और आगामी महीनों में यहां के मौसम की स्थिति पर नजर रखना अनिवार्य हो गया है।