ऋषिकेश में 1 से 7 मार्च तक अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव, 20 हजार से अधिक प्रतिभागियों की उम्मीद
- ANH News
- 28 फ़र॰
- 2 मिनट पठन

ऋषिकेश : उत्तराखंड पर्यटन विभाग और गढ़वाल मंडल विकास निगम (GMVN) के तत्वावधान में हर वर्ष की तरह इस बार भी ऋषिकेश के गंगा रिज़ॉर्ट में अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव 2025 का आयोजन किया जा रहा है। यह महोत्सव 1 से 7 मार्च तक चलेगा और इसमें देश-विदेश के योगाचार्य, योग साधक और आध्यात्मिक गुरु हिस्सा लेंगे। इस आयोजन का उद्घाटन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करेंगे।
विश्वभर से आएंगे योग साधक
GMVN के प्रबंध निदेशक विशाल मिश्रा ने बताया कि इस वर्ष 20,000 से अधिक प्रतिभागियों के शामिल होने की उम्मीद है। पिछले साल 42 देशों के 890 विदेशी प्रतिभागी महोत्सव का हिस्सा बने थे, और इस बार यह संख्या बढ़ने की संभावना है।
योग और आध्यात्म का अनूठा संगम
महोत्सव के दौरान योग प्रेमियों को प्रतिष्ठित योगाचार्यों और आध्यात्मिक गुरुओं का मार्गदर्शन मिलेगा। कार्यक्रम में स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज, आचार्य बालकृष्ण, स्वामी आत्मस्वरूप, जया किशोरी और अक्षत गुप्ता जैसी विभूतियाँ अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगी।
साथ ही, विभिन्न सत्रों में ग्रैंड मास्टर अक्षर, योगी अभिषेक सोती, योगिनी उषा माता, डॉ. लक्ष्मी नारायण जोशी, डॉ. अर्पिता नेगी, योगिनी उर्मिला पांडेय और मेघा चौधरी प्रतिभागियों को योग और स्वास्थ्य से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर व्याख्यान देंगे।
सांस्कृतिक संध्या का आयोजन
योग सत्रों के साथ ही हर शाम भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इन कार्यक्रमों में इंडियन ओशियन, प्रेम जोशुआ, ज्योति नूरान, नरेंद्र सिंह नेगी और उत्तराखंड के लोक कलाकारों द्वारा विशेष प्रस्तुतियाँ दी जाएंगी।
ग्रीन थीम पर होगा आयोजन
इस वर्ष योग महोत्सव को ग्रीन थीम पर आयोजित किया जा रहा है। आयोजन स्थल और गंगा तट पर स्वच्छता बनाए रखने के लिए महोत्सव से पहले और बाद में विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा।
ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण जारी
महोत्सव में भाग लेने के इच्छुक प्रतिभागी ऑनलाइन (gmvnonline.com) या ऑफलाइन पंजीकरण करा सकते हैं।
योग की पवित्र भूमि
ऋषिकेश सदियों से योग और आध्यात्म का केंद्र रहा है। यहाँ हर साल हजारों योग प्रेमी दुनियाभर से आते हैं। प्रधानमंत्री के फिट इंडिया अभियान के तहत भी योग को बढ़ावा देने की दिशा में सरकार द्वारा ऋषिकेश में विभिन्न पहल की जा रही हैं।