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उत्तराखंड की धामी सरकार के तीन साल पूरे, ठेकेदारों से लेकर बेरोजगार युवाओं तक, सभी के लिए बड़ी घोषणाएं

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 24 मार्च
  • 3 मिनट पठन



उत्तराखंड की धामी सरकार के आज तीन साल पूरे होने पर देहरादून में एक भव्य आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के विकास और सरकार की उपलब्धियों को साझा किया। कार्यक्रम की शुरुआत फिट इंडिया रन से हुई, जिसके बाद मुख्यमंत्री धामी ने देहरादून शहर में एक भव्य रोड शो किया, जिसमें उन्हें फूलों की बारिश से सम्मानित किया गया। इसके बाद, परेड मैदान में एक शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें भाजपा के कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने वहां लगी प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।


मुख्यमंत्री का संबोधन और उपलब्धियां: सीएम धामी ने अपने संबोधन में राज्य आंदोलनकारियों को नमन करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ने दूसरी बार सरकार को जनमत देकर एक नया मिथक तोड़ा है। उत्तराखंड आज पर्यटन और वेटिंग डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है, और राज्य की बेरोजगारी दर में 4.4 प्रतिशत की कमी आई है। हालांकि राज्य में चुनौतियां आईं, लेकिन सरकार ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं, जिनकी गूंज पूरे देश में सुनाई दे रही है।


उन्होंने बताया कि सरकार ने नकल माफिया पर शिकंजा कसने के लिए देश का पहला कठोर नकल रोधी कानून लागू किया है, साथ ही जट सत्र में भू-कानून भी पारित किया। इसके अतिरिक्त, सरकार ने लव जिहाद, लैंड जिहाद और थूक जिहाद के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए। प्रदेश की जमीन को माफिया से बचाने के लिए भू-कानून लागू किया गया। सीएम धामी ने बताया कि 2022 में जारी दृष्टिपत्र के 70 प्रतिशत से अधिक वादों को धरातल पर उतारा गया है, और बाकी वादों को जल्द पूरा किया जाएगा।



मुख्यमंत्री की घोषणाएं:

-उपनल और संविदा कर्मचारियों को सरकारी विभागों में खाली पदों पर नियमित करने के लिए ठोस नीति बनाई जाएगी।

-स्थानीय ठेकेदारों को सरकारी कामों में 10 करोड़ तक के काम दिए जाएंगे।


नौजवानों और स्नातक छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा और रोजगार कौशल के लिए आर्थिक सहायता दी जाएगी, और इसके लिए उच्च स्तरीय समिति गठित की जाएगी।


क्षेत्रवाद और जातिवाद पर मुख्यमंत्री का कड़ा बयान: सीएम धामी ने क्षेत्रवाद और जातिवाद पर कहा कि कुछ लोग जो असंवेदनशील बयान देते हैं, उनके कारण प्रदेश में कभी-कभी ऐसे मुद्दे उठते हैं। उन्होंने कहा कि यदि उत्तराखंड का कोई व्यक्ति क्षेत्रवाद और जातिवाद की बात करता है, तो वह न केवल राज्य आंदोलनकारियों के साथ अन्याय करता है, जिन्होंने राज्य निर्माण के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर किया, बल्कि वह अपनी मातृभूमि के खिलाफ भी कार्य करता है।


बेरोजगारी में कमी: मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले तीन वर्षों में राज्य में बेरोजगारी दर में रिकॉर्ड 4.4 प्रतिशत की कमी आई है, और अब राज्य ने राष्ट्रीय औसत को भी पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़कों, खेल, पेयजल और हवाई कनेक्टिविटी सहित अन्य प्रमुख क्षेत्रों में अवस्थापना विकास को मजबूत करने की दिशा में किए गए कार्यों का जिक्र किया। महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण, राज्य आंदोलनकारियों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण, पदक विजेता खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी, विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति और 207 निशुल्क पैथोलॉजी जांच की सुविधाएं प्रदान की गई हैं।


विमोचन और डिजिटल शुभारंभ: इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सूचना एवं लोक संपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित 'सेवा, सुशासन और विकास के तीन साल' पुस्तिका का विमोचन किया, जिसमें सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों को दर्शाया गया है। इसके अलावा, 'देवभूमि रजत उत्सव - संकल्प से सिद्धि' कैलेंडर का डिजिटल विमोचन भी किया गया और कंटेंट क्रिएटर कंपटीशन का डिजिटल शुभारंभ किया गया।


इस प्रकार, उत्तराखंड सरकार के तीन साल के कार्यकाल को उत्सव के रूप में मनाया गया, जिसमें सरकार की महत्वपूर्ण उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं को साझा किया गया।

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