सतर्क रहें! हेली सेवा बुकिंग में साइबर ठगी का खतरा, फर्जीवाड़े पर अंकुश के लिए शुरू किया ऑपरेशन
- ANH News
- 9 अप्रैल
- 3 मिनट पठन

उत्तराखंड आप इस बार हेलिकॉप्टर से केदारनाथ जाने का मन बना रहे हैं, तो आपको साइबर ठगों के जाल से सतर्क रहने की जरूरत है। इंटरनेट पर कई फर्जी वेबसाइट्स और विज्ञापन इस सेवा के नाम पर ठगी कर रहे हैं, जिससे एक छोटी सी चूक आपको भारी नुकसान का शिकार बना सकती है। इन फर्जीवाड़ों को रोकने के लिए इस बार साइबर पुलिस ने पहले से ही ठगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है और इसके लिए एक चार सदस्यीय टीम गठित की गई है। यह टीम साइबर थाने के तहत काम करेगी, जिसकी निगरानी सीओ साइबर अंकुश मिश्रा करेंगे।
हेली सेवा की बुकिंग में ठगी की बढ़ती घटनाएं
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जैसा कि, मंगलवार से केदारनाथ हेली सेवा की बुकिंग शुरू हो रही है, हर साल इस मौके पर साइबर ठगों द्वारा देशभर के लोगों से लाखों रुपये की ठगी की जाती है। ठग फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को भ्रमित करते हैं और उन्हें फर्जी टिकट भेजकर पैसे ऐंठते हैं। पिछले साल 2023 में इस प्रकार की ठगी से जुड़े 40 से अधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज किए गए थे। इन ठगी का शिकार होने वाले अधिकांश लोग उत्तराखंड के बाहर के थे। ठग असल वेबसाइट के समान दिखने वाली फर्जी वेबसाइट्स बनाते हैं और इसके जरिए लोगों को धोखा देते हैं।
पुलिस की कड़ी कार्रवाई: 82 वेबसाइट्स और 45 फेसबुक पेज बंद
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साइबर पुलिस ने इस समस्या से निपटने के लिए 2023 में कई कदम उठाए थे। इस दौरान, 82 फर्जी वेबसाइट्स को बंद कर दिया गया था, और 45 फेसबुक पेज भी हटाए गए थे, जिन पर हेली सेवाओं के बुकिंग से संबंधित धोखाधड़ी वाले विज्ञापन चलाए जा रहे थे। एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि इस साल भी ठगी की घटनाओं को रोकने के लिए साइबर पुलिस ने एक चार सदस्यीय टीम गठित की है। यह टीम फर्जी वेबसाइट्स और सोशल मीडिया पर चल रहे धोखाधड़ी वाले पेजों की लगातार निगरानी करेगी ताकि इन वेबसाइट्स और पेजों को समय रहते बंद किया जा सके।
साइबर पुलिस की टीम और जागरूकता कार्यक्रम
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साइबर पुलिस द्वारा गठित की गई टीम का पर्यवेक्षण सीओ साइबर अंकुश मिश्रा करेंगे। टीम को सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि ठगी के मामलों को जल्द पकड़ा जा सके और लोगों को जागरूक किया जा सके। इस दौरान, पुलिस द्वारा जागरूकता कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित किए जाएंगे, ताकि लोग फर्जी वेबसाइट्स और ठगी से बच सकें।
आईआरसीटीसी की वेबसाइट से ही बुक करें टिकट
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सरकार ने पिछले साल से हेली सेवा के टिकटों की बुकिंग का जिम्मा आईआरसीटीसी को सौंपा है। इस बार भी केदारनाथ हेली सेवा के टिकट केवल www.heliyatra.irctc.co.in वेबसाइट से ही बुक किए जा सकते हैं। असल वेबसाइट पर कोई मोबाइल नंबर नहीं होता है, जबकि फर्जी वेबसाइट्स पर अक्सर मोबाइल नंबर दिया जाता है, ताकि ठग लोग फोन करके लोगों को फंसा सकें। अगर आपने किसी फर्जी वेबसाइट पर भुगतान कर दिया है, तो इसके बाद आपको हेली सेवा प्रदाता कंपनियों से कोई जानकारी नहीं मिलेगी और आपका पैसा डूब सकता है।
फर्जी ठग कैसे धोखा देते हैं
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-फर्जी वेबसाइट्स पर हेली कंपनियों के लोगो और नाम का इस्तेमाल किया जाता है।
-साइबर ठग ऐसी वेबसाइट्स बनाते हैं, जो पहली नजर में एकदम असल वेबसाइट जैसी दिखती हैं।
-असल वेबसाइट पर कांटेक्ट अस में कोई मोबाइल नंबर नहीं होता, जबकि फर्जी वेबसाइट्स पर मोबाइल नंबर दिया जाता है।
-फर्जी वेबसाइट पर भुगतान करने के बावजूद, आपको असल हेली सेवा प्रदाता से कोई कन्फर्मेशन नहीं मिलता।
कैसे बचें ठगी से
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-हमेशा आईआरसीटीसी की आधिकारिक वेबसाइट से ही बुकिंग करें।
-किसी भी वेबसाइट पर मोबाइल नंबर होने की स्थिति में सतर्क रहें।
-सोशल मीडिया पर दिखाए गए फर्जी विज्ञापनों से बचें।
-असल वेबसाइट्स का URL सही और आधिकारिक होना चाहिए।
इस साल साइबर पुलिस की कड़ी निगरानी और जागरूकता अभियानों के जरिए उम्मीद की जा रही है कि यात्रियों को ठगी से बचाया जा सके और फर्जी वेबसाइट्स के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा सके।