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समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर शंका? अब सीधे फोन से पाएं सही जानकारी, हेल्पलाइन नंबर जारी

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 6 फ़र॰
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समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लेकर किसी भी शंका या सवाल का समाधान अब आसानी से किया जा सकता है। इसके लिए अभियोजन विभाग ने एक विशेष मोबाइल नंबर जारी किया है—9455286881, जिस पर लोग व्हाट्सएप के माध्यम से अपने सवाल भेज सकते हैं। इस पहल का नाम है "सवाल है तो पूछें", और यह यूसीसी के बारे में सही जानकारी प्राप्त करने का एक बेहतरीन मौका है।


इस संबंध में अभियोजन विभाग ने वन नेशन वन कोड पहल की शुरुआत की है, जिसके तहत विभाग के अधिकारियों ने डीआईटी विश्वविद्यालय में एक कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में संयुक्त निदेशक विधि, गिरीश चंद्र पंचोली और अन्य अधिकारियों ने यूसीसी के महत्व और इसके प्रावधानों पर विस्तृत जानकारी दी।


संयुक्त निदेशक पंचोली ने यूसीसी की आवश्यकता और इसके लाभों पर चर्चा करते हुए छात्रों से आग्रह किया कि वे इस कानून को समझें और समाज में किसी भी प्रकार की भ्रांति को दूर करने में मदद करें। वहीं, एसपी विकासनगर, रेणु लोहानी ने यूसीसी में महिलाओं के अधिकारों से संबंधित पहलुओं पर प्रकाश डाला।


विशेष लोक अभियोजक, पंकज कुमार राय ने भारत में नागरिक कानूनों के इतिहास और उनके विकास के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संविधान सभा में समान नागरिक संहिता की आवश्यकता महसूस की गई थी, लेकिन उस समय की सामाजिक परिस्थितियों के कारण इसे तत्काल लागू नहीं किया जा सका।


विशेष अभियोजक, ममता मनादुली ने यूसीसी के विभिन्न प्रावधानों का विवरण दिया, जबकि सहायक अभियोजन अधिकारी, भानु प्रताप बिष्ट ने यूसीसी पोर्टल पर पंजीकरण प्रक्रिया और पंजीकरणकर्ताओं के कर्तव्यों के बारे में जानकारी प्रदान की।


यह पहल यूसीसी को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने के साथ-साथ सही और स्पष्ट जानकारी देने का एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे हर कोई इस कानून को सही तरीके से समझ सके और किसी भी भ्रांति से बच सके।

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