अब रूड़की में भी होगी गंगा आरती, CM पुष्कर सिंह धामी ने किया शुभारंभ
- ANH News
- 31 मार्च
- 2 मिनट पठन

हरिद्वार और ऋषिकेश की धार्मिक परंपराओं को ध्यान में रखते हुए, रुड़की में गंगनहर के लक्ष्मीनारायण घाट पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मां गंगा की भव्य आरती का शुभारंभ किया। इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने के लिए गंगनहर के दोनों घाटों पर श्रद्धालुओं का भारी जमावड़ा हुआ। जैसे ही आरती शुरू हुई, ऐसा महसूस हुआ कि मां गंगा हरिद्वार की हरकी पैड़ी से चलकर रुड़की तक आ गई हों। इस दिव्य दृश्य को देखकर श्रद्धालुओं की आंखों में आंसू थे, और हर कोई अपनी भक्ति में डूबा हुआ था।
रुड़की में चैत्र मास के पहले नवरात्र के शुभ अवसर पर रविवार को मां गंगा की आरती की शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री ने सबसे पहले लक्ष्मीनारायण घाट पर कन्याओं का पूजन कर उनका आशीर्वाद लिया। इसके बाद विधिपूर्वक मंत्रोच्चारण के साथ मां गंगा की पूजा की गई। शाम करीब साढ़े पांच बजे, घाट पर बनाए गए पांच अलग-अलग आरती स्थल पर पुरोहितों ने दीप जलाए। इन आरती स्थलों को स्टील के चोकोर घेरे में डिजाइन किया गया था। इनमें से एक स्थल पर मुख्यमंत्री ने खुद दीपक थामा और जैसे ही शंखनाद हुआ, पूरी घाटी गूंज उठी। मां गंगा की आरती के साथ, ऐसा लगा जैसे हरिद्वार से गंगा के साथ ही उनकी शरण में आ गए हों। घाटों पर उमड़े श्रद्धालुओं ने भी भक्ति भाव से मां गंगा की आरती की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस आयोजन के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इस प्रकार के धार्मिक आयोजन से न केवल उत्तराखंड के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि भारतीय संस्कृति और धर्म के प्रति युवाओं की रुचि भी बढ़ेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि महाराज के आश्रम पर भी दर्शन किए। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक प्रदीप बत्रा, डॉ. कल्पना सैनी, जिलाध्यक्ष मधु सिंह, मेयर अनीता देवी अग्रवाल सहित कई अन्य महत्वपूर्ण राजनीतिक और धार्मिक हस्तियां भी उपस्थित थीं।
आरती के शुभारंभ पर आसमान में रंग-बिरंगी आतिशबाजी का आयोजन हुआ, और बैंड बाजे की धुनों पर लोग खुशी से झूम उठे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया, जिसमें मां गंगा का 21 लीटर दूध से दुग्धाभिषेक किया गया। आचार्य रमेश सेमवाल, आचार्य रजनीश शास्त्री, आचार्य राजकुमार कौशिक और अन्य आचार्यों ने पूजा विधि पूरी की। इस कार्यक्रम को हरिद्वार से आए गंगा सभा के पंडितों ने संपन्न किया।
यह भव्य आयोजन नगर निगम के नए बोर्ड के गठन के बाद संभव हो पाया। भाजपा के बोर्ड के गठन और सरकार के सहयोग से यह वर्षों से चली आ रही मांग पूरी हुई। 2013 से गंगा माता मंदिर सोलानी संगम पर आरती आयोजित की जा रही है, और अब रुड़की में भी गंगा आरती का आयोजन हरिद्वार की तर्ज पर शुरू हो गया है, जो श्रद्धालुओं के लिए एक नई धार्मिक परंपरा का आरंभ है।