Chardham Yatra के सभी इंतजामों की Details: ऑनलाइन पंजीकरण से हेलिकॉप्टर सेवा तक, सुरक्षा और सुविधा चाकचौबंद
- ANH News
- 21 मार्च
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चारधाम यात्रा 2025 के लिए कल से पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो रही है, जिसमें इस बार आधार प्रमाणित पंजीकरण प्रणाली लागू की जाएगी। सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे ने जानकारी दी कि पंजीकरण के दौरान श्रद्धालुओं को अपने आधार कार्ड की जानकारी देना अनिवार्य होगा। इस बार 60 प्रतिशत पंजीकरण ऑनलाइन होंगे, जबकि 40 प्रतिशत पंजीकरण ऑफलाइन तरीके से किए जाएंगे, ताकि बिना पंजीकरण आने वाले तीर्थयात्रियों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
पंजीकरण के लिए नई सुविधाएं:
-ऑनलाइन पंजीकरण: तीर्थयात्री ऑनलाइन पंजीकरण के लिए registrationandtouristcare.uk.gov.in पोर्टल पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। यात्रा से 40 दिन पहले यह प्रक्रिया शुरू की गई है।
-पंजीकरण केंद्रों की संख्या में वृद्धि: हरिद्वार, ऋषिकेश और यात्रा मार्गों पर पंजीकरण केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी, जिससे श्रद्धालुओं को पंजीकरण में कोई कठिनाई न हो। यात्रा के शुरुआती 15 दिनों तक ये केंद्र 24 घंटे खुले रहेंगे।
पंजीकरण के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें:
-आधार प्रमाणित पंजीकरण: यात्रा से पूर्व पंजीकरण अनिवार्य है और पंजीकरण के दौरान सही मोबाइल नंबर दर्ज करना आवश्यक है।
-स्वास्थ्य जानकारी: पंजीकरण प्रक्रिया में अपनी सटीक स्वास्थ्य जानकारी दें, खासकर वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा से पहले स्वास्थ्य जांच करवाने की सलाह दी जाती है। साथ ही, जो लोग दवाइयां लेते हैं, उन्हें प्रचुर मात्रा में दवाइयां साथ रखने की सलाह दी जाती है।
-दर्शन टोकन: धामों पर दर्शन के लिए टोकन प्राप्त करना आवश्यक होगा।
यात्रा के दौरान सुरक्षित और आरामदायक यात्रा के लिए सुझाव:
-यात्रा के दौरान पर्याप्त ऊनी कपड़े, छतरी और रेनकोट साथ रखें।
-यात्रा मार्ग पर विश्राम करते हुए यात्रा शुरू करें, ताकि जलवायु का अनुकूलन हो सके।
-अगर आप अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं तो यात्रा न करें।
-यात्रा मार्गों पर गंदगी न फैलाने और स्वच्छता बनाए रखने में योगदान करें।
स्वास्थ्य सेवाओं और आपातकालीन व्यवस्थाओं में सुधार: चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सेवाओं में इस बार कई महत्वपूर्ण सुधार किए गए हैं। सरकार द्वारा श्रद्धालुओं को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए 154 एंबुलेंस, हेलिकॉप्टर और बोट एंबुलेंस की तैनाती की जाएगी। इसके साथ ही, ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल से श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य निगरानी की जाएगी।
-विशेष स्वास्थ्य केंद्र: केदारनाथ में 17 बेड और बदरीनाथ में 45 बेड का अस्पताल स्थापित किया जाएगा, जहां तीर्थयात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दी जाएंगी।
-डॉक्टरों की तैनाती: यात्रा मार्ग पर 25 विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी, जो श्रद्धालुओं को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करेंगे।
यात्रा से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी:
-हेलीकॉप्टर यात्रा के लिए टिकट heliyatra.irctc.co.in से बुक करें और अनधिकृत व्यक्तियों से बचें, जो हेलीकॉप्टर टिकट और दर्शन कराने का दावा करते हैं।
-यात्रा के दौरान वाहनों की गति नियंत्रित रखें और उन्हें उचित स्थलों पर ही पार्क करें।
प्रदेश सरकार का यह प्रयास है कि श्रद्धालुओं को एक सुरक्षित, सुविधाजनक और आरामदायक यात्रा अनुभव मिले, जिससे उनकी यात्रा स्मरणीय और सुगम हो सके।