Green CharDham Yatra: अब श्रद्धालु पूर्वजों की याद में रोपेंगे पौधे, मास्टर प्लान तैयार
- ANH News
- 11 मार्च
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस बार की चारधाम यात्रा को पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता की दिशा में एक नई दिशा देने का फैसला किया है। उन्होंने घोषणा की है कि इस बार चारधाम यात्रा के दौरान 'ग्रीन चारधाम यात्रा अभियान' की शुरुआत की जाएगी। इसके तहत सरकार श्रद्धालुओं को अपने पुरखों की याद में पौधे रोपने के लिए प्रेरित करेगी। इसके साथ ही, चारों धामों में सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाएगा और इसके खिलाफ जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को इन तैयारियों के स्थलीय निरीक्षण के निर्देश दिए हैं।
स्वच्छता और पर्यावरण के लिए नई योजनाएं
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सोमवार को सचिवालय में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री धामी ने 30 अप्रैल से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के संदेश को प्रमुख रूप से फैलाया जाएगा। इसके लिए 'ग्रीन चारधाम यात्रा अभियान' की शुरुआत की जाएगी, जो न केवल यात्रा मार्गों को हरा-भरा बनाएगा, बल्कि यात्रियों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी पैदा करेगा। इसके अलावा, चारधाम यात्रा मार्गों पर पिंक टॉयलेट की पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी और शौचालयों की स्थिति को बेहतर किया जाएगा।
यात्रा व्यवस्थाओं की पूरी तैयारी
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मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि यात्रा से पहले सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी की जाएं। इस दिशा में मार्च महीने में विभागीय सचिवों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को यात्रा मार्गों का स्थलीय निरीक्षण करने का आदेश दिया गया है। सड़क, पेयजल, विद्युत और स्वास्थ्य सुविधाओं की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी, साथ ही यातायात प्रबंधन और पार्किंग व्यवस्था पर भी ध्यान दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं के पंजीकरण व्यवस्था को मजबूत करने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया।
स्वास्थ्य स्क्रीनिंग और घोड़े-खच्चरों की देखभाल
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मुख्यमंत्री ने यात्रा मार्गों पर हेल्थ स्क्रीनिंग टेस्ट की समुचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया। खासकर केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के पैदल मार्गों पर घोड़े-खच्चरों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा और उन्हें गर्म पानी और चारा उपलब्ध कराया जाएगा ताकि यात्रियों और उनके साथ चलने वाले जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
शीतकालीन यात्रा स्थलों के लिए मास्टर प्लान
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मुख्यमंत्री ने शीतकालीन यात्रा स्थलों के लिए एक मास्टर प्लान तैयार करने का निर्देश दिया है। साथ ही गंगोत्री और यमुनोत्री के मास्टर प्लान पर भी काम करने की बात कही। उन्होंने 2026 में होने वाली नंदा राजजात और 2027 के कुंभ मेले के लिए भी तैयारी करने के निर्देश दिए हैं।
अधिकारियों को दिया अनूठा निर्देश: अपने शुरुआती क्षेत्र को गोद लें
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मुख्यमंत्री धामी ने राज्य के सभी आईएएस, आईपीएस और पीसीएस अधिकारियों से अपील की कि वे अपने कार्यकाल की शुरुआत करने वाले क्षेत्रों को गोद लें और वहां के विकास में सक्रिय योगदान दें। इसके अंतर्गत, अधिकारियों को इन क्षेत्रों में रात्रि प्रवास करने और जनसमस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही सरकारी स्कूलों, अस्पतालों और अन्य संस्थानों का निरीक्षण करने की सलाह भी दी गई।
चारधाम यात्रा को और भी सुरक्षित, स्वच्छ और पर्यावरण अनुकूल बनाने की मुख्यमंत्री की योजना
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की यह पहल निश्चित रूप से चारधाम यात्रा को एक नए दिशा में ले जाएगी, जहां पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता और यात्रा की सुविधाएं प्रमुख रूप से ध्यान में रखी जाएंगी। इस बार की यात्रा न केवल श्रद्धालुओं के लिए एक आध्यात्मिक अनुभव होगी, बल्कि यह पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी और समाज में जागरूकता फैलाने का भी महत्वपूर्ण अवसर बनेगा।