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Chardham Yatra 2025: डॉक्टरों और फार्मासिस्टों की 25 अप्रैल से होगी तैनाती, 108 एंबुलेंस, पोर्टेबल ऑक्सीजन की भी सुविधा

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 10 अप्रैल
  • 2 मिनट पठन

चारधाम यात्रा की सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को देखते हुए 25 अप्रैल से डॉक्टरों और फार्मासिस्टों की तैनाती की जाएगी। इस बार यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। क्षेत्र में एंबुलेंस के साथ-साथ 108 एंबुलेंस भी तैनात की जाएगी ताकि यात्रियों को किसी भी स्वास्थ्य समस्या के मामले में त्वरित सहायता मिल सके। इसके अतिरिक्त, अस्पतालों में पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलिंडर और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी, जिससे यात्रा के दौरान किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत मदद मिल सके।


चारधाम यात्रा को लेकर हुई एक बैठक में एसीएमओ डॉ. राजीव कुमार ने बताया कि पांच अप्रैल को ऋषिकेश में हुई बैठक के बाद सीएमओ डॉ. पारुल गोयल ने राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टाइप ए लक्ष्मणझूला का निरीक्षण किया था। उन्होंने अस्पताल में कुछ कमियों की पहचान की और उन्हें जल्द दूर करने के निर्देश दिए। डॉ. गोयल ने यह भी आश्वासन दिया कि 25 अप्रैल तक पीएचसी नीलकंठ और पीएचसी लक्ष्मणझूला में डॉक्टरों और फार्मासिस्टों की तैनाती की जाएगी, ताकि यात्रा के दौरान कोई असुविधा न हो।


नीलकंठ पीएचसी में तीन डॉक्टर और तीन फार्मासिस्ट की तैनाती की जाएगी, जबकि लक्ष्मणझूला पीएचसी में भी तीन डॉक्टर और तीन फार्मासिस्ट की तैनाती की जाएगी। इन दोनों स्वास्थ्य केंद्रों में चौबीस घंटे सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। इसके अलावा, नीलकंठ धाम में एक विभागीय एंबुलेंस और एक 108 एंबुलेंस तैनात की जाएगी, वहीं पीपलकोटी में भी एक एंबुलेंस और एक 108 एंबुलेंस तैनात की जाएगी, जो गरुड़चट्टी क्षेत्र को कवर करेगी। पीएचसी लक्ष्मणझूला में भी एक विभागीय एंबुलेंस तैनात रहेगी, जो रामझूला, नीलकंठ पैदल मार्ग और भूतनाथ मंदिर मार्ग जैसे क्षेत्रों को कवर करेगी।


नीलकंठ पीएचसी में छह बेड का अस्पताल है, जबकि लक्ष्मणझूला पीएचसी में चार बेड का अस्पताल है। दोनों स्वास्थ्य केंद्रों में जीवन रक्षक औषधियां, पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलिंडर और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की सुविधा उपलब्ध रहेगी, ताकि यात्रा के दौरान किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके। इस प्रकार, चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को प्राथमिकता दी गई है, ताकि वे निश्चिंत होकर यात्रा कर सकें।

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