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Chamoli: भीषण बर्फबारी के बीच सेना और ITBP के जवानों का लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन, बर्फ में फंसे मजदूरों की आस बने हिमवीर

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 1 मार्च
  • 1 मिनट पठन



उत्तराखंड के माणा गांव में शुक्रवार को भारी हिमस्खलन के बाद सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवानों ने लगातार 11 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में बर्फ में दबे 32 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।


कड़ाके की ठंड और भारी बर्फबारी के बीच बचाव अभियान


क्षेत्र में लगातार भारी बर्फबारी हो रही थी, जिससे तापमान माइनस में पहुंच चुका था। पूरे इलाके में सात से आठ फीट तक बर्फ जमी थी, लेकिन विषम परिस्थितियों के बावजूद सेना और ITBP के जवानों ने बिना रुके रेस्क्यू अभियान जारी रखा। सुबह 7 बजे शुरू हुए इस ऑपरेशन में जवानों ने दिनभर कड़ी मेहनत की और देर शाम तक मजदूरों को सुरक्षित निकालने में सफलता पाई।


आपदा तंत्र सेना और ITBP पर रहा निर्भर


बर्फबारी के कारण बदरीनाथ हाईवे बंद हो गया, जिससे आपदा प्रबंधन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें देर शाम तक मौके पर नहीं पहुंच पाईं। ऐसे में पूरा बचाव कार्य सेना और ITBP के जवानों के कंधों पर था।


'हिमवीर' बनकर जवानों ने दिखाई अदम्य साहस की मिसाल


हिमस्खलन के दौरान जहां तापमान लगातार गिरता जा रहा था, वहीं दोपहर बाद भी बर्फबारी जारी रही। लेकिन जवानों ने एक पल के लिए भी रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं रोका। उनके हर कदम ने फंसे लोगों को जीवन की नई उम्मीद दी। अंधेरा होने तक जवान मजदूरों को बचाने में जुटे रहे और आखिरकार अपने मिशन में सफल हुए।


सेना और ITBP के इस साहसिक प्रयास ने एक बार फिर साबित कर दिया कि विषम परिस्थितियों में भी उनके हौसले अडिग रहते हैं। यही जज्बा उन्हें ‘हिमवीर’ बनाता है।

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