चारधाम यात्रा रजिस्ट्रेशन में बदलाव, अब बिना OTP हो सकेगा पंजीकरण, जानें नए नियम
- ANH News
- 6 अप्रैल
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उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा 2025 के सफल और सुरक्षित संचालन के लिए अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। 28 अप्रैल से चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण शुरू हो जाएंगे। यात्रा से संबंधित सभी विभागों को 25 अप्रैल तक अपनी तैयारी पूरी करने का समय दिया गया है। इस बार यात्रा के दौरान होल्डिंग प्वाइंटों पर श्रद्धालुओं के रहने और खाने के लिए निशुल्क और शुल्क वाली दोनों व्यवस्थाएं उपलब्ध रहेंगी।
मुख्यमंत्री करेंगे यात्रा तैयारियों की समीक्षा
आठ अप्रैल को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। शनिवार को ऋषिकेश के चारधाम यात्रा ट्रांजिट कैंप में मंडलायुक्त विनय शंकर पांडेय ने यात्रा के लिए किए गए कामों की जिलावार समीक्षा की। बैठक में यात्रा से जुड़े सात जिलों के अधिकारी शामिल हुए और 25 अप्रैल तक सभी कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए गए।
ऑफलाइन पंजीकरण प्रक्रिया में बदलाव
चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण 28 अप्रैल से शुरू होंगे। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि ऑफलाइन पंजीकरण प्रक्रिया में कुछ समय लगता है, क्योंकि आधार कार्ड से जुड़े मोबाइल नंबर पर ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) आता है, जो कभी-कभी आधार कार्ड के मोबाइल नंबर से जुड़ा नहीं होता है। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया कि यदि कोई परिवार यात्रा पर आता है तो परिवार के मुखिया के आधार कार्ड पर सभी सदस्यों का पंजीकरण किया जाएगा। अन्य सदस्य आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं।
सड़कें और यातायात प्रबंधन पर ध्यान
मंडलायुक्त ने यात्रा के दौरान सड़क और यातायात प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया। आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप ने बताया कि यात्रा मार्ग पर सुरक्षा और प्रबंधन को सुचारू बनाने के लिए प्रत्येक दस किलोमीटर पर सेक्टर बनाए जाएंगे, और प्रत्येक सेक्टर में दो-दो कांस्टेबल 24 घंटे ड्यूटी पर रहेंगे।
यात्रा से जुड़े जिलों से फीडबैक प्राप्त किया गया
बैठक के दौरान यात्रा से सीधे जुड़े जिलों के अधिकारियों ने फीडबैक दिया। रुद्रप्रयाग के डीएम डॉ. सौरभ गहरवार ने खांकरा में सड़क और सोनप्रयाग में सुरक्षा दीवार में देरी की समस्या उठाई। चमोली के डीएम डॉ. संदीप तिवारी ने बदरीनाथ में चल रहे सीवरेज और बिजली सब स्टेशन के कामों पर चर्चा की। उत्तरकाशी के डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने गंगोत्री में घाटों के निर्माण और यमुनोत्री में चल रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी।
धरना-प्रदर्शन की रोकथाम
मंडलायुक्त ने अधिकारियों से कहा कि यात्रा के आरंभ में तीर्थ पुरोहितों के किसी भी धरना-प्रदर्शन को रोकने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को समन्वय बनाना होगा और समस्याओं का समाधान ठीक से किया जाना चाहिए।
वाहनों और यात्रियों का डेटा जिलों को मिलेगा
मंडलायुक्त ने पर्यटन विभाग को निर्देश दिए कि वह हर दिन यात्रा से संबंधित यात्रियों और वाहनों का डेटा संबंधित जिलों को उपलब्ध कराएं, ताकि पार्किंग और अन्य व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से चलाया जा सके।
टिहरी में खुलेंगे ऑफलाइन पंजीकरण केंद्र
टिहरी के डीएम मयूर दीक्षित ने सुझाव दिया कि टिहरी में भी ऑफलाइन पंजीकरण केंद्र खोला जाए, क्योंकि बड़ी संख्या में पर्यटक टिहरी झील आते हैं। इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। ऋषिकेश, हरिद्वार और विकासनगर में भी पंजीकरण काउंटर खोले जाएंगे।
पार्किंग और चेकिंग के लिए एसओपी बनाए जाएंगे
हरिद्वार में चार होल्डिंग प्वाइंट बनाए जाएंगे, जहां से यात्रियों और वाहनों की निगरानी की जाएगी। एसएसपी देहरादून अजय सिंह और एसएसपी हरिद्वार परमेंद्र डोबाल ने इस बात पर सहमति जताई कि जरूरत पड़ने पर बड़े वाहन हरिद्वार और छोटे वाहन ऋषिकेश में होल्ड किए जाएंगे।
चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण प्रक्रिया में वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) अनिवार्य नहीं होगा, और तीर्थयात्रियों के दल का एक सदस्य सभी का पंजीकरण करा सकेगा।
यात्रा की तैयारी के इस व्यापक योजना के तहत प्रशासन ने चारधाम यात्रा को सहज, सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए जरूरी कदम उठाए हैं।