Rishikesh: पहलगाम में आतंकी हमले के बाद लोग आक्रोशित
- ANH News
- 3 दिन पहले
- 3 मिनट पठन

ऋषिकेश: जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस हमले में कई पर्यटक अपनी जान गंवा चुके हैं, और पूरे देश में इसे लेकर गहरी नाराजगी और शोक की लहर फैल गई है। स्थानीय लोगों ने हमले में मारे गए पर्यटकों को श्रद्धांजलि अर्पित की और इस कायरतापूर्ण कृत्य की कड़ी निंदा की है।
स्वामी चिदानंद सरस्वती का कड़ा बयान
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने हमले की घोर निंदा करते हुए कहा कि यह अत्यंत निंदनीय और कायरतापूर्ण कृत्य है, जिसने न सिर्फ पूरे देश, बल्कि पूरी दुनिया को स्तब्ध कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह हमला भारत की अखंडता और मानवता पर सीधा प्रहार है। स्वामी ने आतंकवादियों के खिलाफ कड़ा संदेश देते हुए कहा कि आतंक का कोई धर्म और राष्ट्र नहीं होता, यह केवल विनाश का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने भारत सरकार से इस कृत्य का कड़ा प्रतिशोध लेने का आह्वान किया और विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह इस कायरतापूर्ण हमले का सख्त जवाब देंगे।
पूर्णानंद गंगा आरती में श्रद्धांजलि
मुनि की रेती स्थित पूर्णानंद गंगा आरती में भी इस हमले के शोक में श्रद्धांजलि अर्पित की गई। यहां महिलाओं ने दो मिनट का मौन रखा और हमले में मारे गए पर्यटकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। गंगा घाट पर इस घटना के प्रति गहरी संवेदना जताई गई और श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कड़ी प्रतिक्रिया
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नीलकंठ खंड के खंड कार्यवाह अलकेश कुकरेती ने हमले की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने हिंदू होने के कारण पर्यटकों को मारने का जो कृत्य किया, वह न केवल निंदनीय है, बल्कि देश की अखंडता और सांप्रदायिक सौहार्द पर हमला है। कुकरेती ने प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री शाह से इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाने की मांग की।
गंगा आरती ट्रस्ट की श्रद्धांजलि सभा
ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट के अध्यक्ष हरिओम शर्मा ज्ञानी ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की और सभी समुदायों से आपसी एकता और विश्वास बनाए रखने की अपील की। इस मौके पर कई सम्मानित लोग जैसे अरुण कुमार खोसला, सुनीता खोसला, दीप्ति खन्ना और अन्य मौजूद रहे, जिन्होंने श्रद्धांजलि सभा में भाग लिया।
कांग्रेस नेता का सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला ने इस घटना पर चिंता जताते हुए कहा कि यह अत्यंत दुखद है कि इतनी बड़ी संख्या में पर्यटक एक ही स्थान पर मौजूद थे, लेकिन उनकी सुरक्षा का कोई ठोस इंतजाम नहीं था। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि वे इस मामले की गंभीरता से जांच करें और त्वरित कार्यवाही करें।
डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल का बयान
विधायक और पूर्व मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने इस हमले को मानवता के खिलाफ और अमानवीय कृत्य बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह की कायरतापूर्ण घटनाओं को कभी भी स्वीकार नहीं किया जा सकता और दोषियों को कठोरतम सजा मिलनी चाहिए। डॉ. अग्रवाल ने उत्तराखंड की जनता की ओर से पीड़ितों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की और उनके परिवारों के साथ खड़े होने का संकल्प लिया।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई इस आतंकी घटना ने न केवल स्थानीय लोगों बल्कि पूरे देश को शोक और आक्रोश के सागर में डुबो दिया है। हर किसी ने इस हमले की निंदा की है और आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाने की मांग की है। यह समय केवल शोक का नहीं, बल्कि संकल्प का है। देशभर के लोग एकजुट हो कर इस आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, और उम्मीद है कि सरकार इस घटना का कड़ा जवाब देगी।