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Uttarakhand: 52 बालिकाएं 'ड्रोन दीदी' बनने जा रही, वंचित वर्ग की बेटियों के लिए निशुल्क शिविर

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 27 जन॰
  • 1 मिनट पठन



प्रदेश के दूरदराज के इलाकों से आई 52 बालिकाएं अब ड्रोन संचालन में दक्षता प्राप्त करने जा रही हैं। इन बालिकाओं को वंचित वर्ग से चयनित कर युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल निदेशालय द्वारा आयोजित एक विशेष प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शिविर में उन्हें ड्रोन संचालित करने, उसे असेंबल और डी-असेंबल करने, साथ ही रिपेयर करने की कला सिखाई जा रही है।


इस शिविर का निरीक्षण प्रदेश की युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या ने किया। मंत्री ने जानकारी दी कि इन बालिकाओं का चयन प्रदेश के विभिन्न जनपदों जैसे चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, चंपावत सहित अन्य क्षेत्रों से किया गया है। यह शिविर लड़कियों को तकनीकी कौशल में पारंगत करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है, ताकि वे अपने करियर को संवार सकें।


शिविर में 52 इंटर पास बालिकाएं भाग ले रही हैं और उनका प्रशिक्षण 12 फरवरी को समाप्त होगा। इस शिविर का एक और विशेष पहलू यह है कि यह आवासीय शिविर है, जिसमें लड़कियों से किसी भी प्रकार की शुल्क नहीं लिया गया है, न ही भोजन और रहने की कोई लागत वसूली जा रही है।


मंत्री आर्या ने यह भी बताया कि प्रशिक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली पांच लड़कियों को फ्री ड्रोन दिया जाएगा। शिविर में लड़कियों को किट भी वितरित किए गए। इस अवसर पर विशेष खेल सचिव अमित सिन्हा और अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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